टेपू : परिचय

1. संक्षिप्त इतिहास : गांव टेपू करीबन 300 वर्ष पूर्व राव केलणजी के वंशज राव खियोंजी द्वारा बसाया गया | जिन्होंने अपने मूल स्थान गाँव शेखासर ( शेखाजी द्वारा बसाया गया) से यहाँ आकर यह गाँव टेपू बसाया| तत्कालीन समय गांव में भौगोलिक खडीन (वर्तमान दुर्गानी-कानासी मोटी के मध्य में स्थित) की स्थिति के कारण टेपू शब्द प्रचलन में आया |( खड़ीन जो कि बहुत बड़े प्राकृतिक नीचे धंसा स्थल होता हैं जिसमें वर्षा के समय पानी भर जाता हैं| जिसे खड़ीन कहा जाता हैं|) खडीन उपजाऊ भूमि होती हैं जिसका उपयोग किसान रबी और खरीफ की फसल बुवाई में करता हैं | टेपू में उस समय से केलण भाटी राजपूत परिवार निवास कर रहे हैं | उस समय में गाँव में केलण भाटी परिवार के साथ-साथ सभी समुदाय के लोग जुड़ गये और अपना निवास स्थान टेपू बनाया | राव खिंयोजी द्वारा एक समर्थ एवम आत्मनिर्भर गाँव का निर्माण किया गया था|

2. टेपू के उपभाग

भौगोलिक एवम व्यक्तिगत आवश्यकता के अनुसार मुल रूप से पांच भागों में बंट गया| इसके उपभाग निम्न हैं:-
(1.) जोधाणी
(2.) भवानीपुरा
(3.) दुर्गाणी
(4.) कानासी मोटी
(5.) श्री भैरूसिंहजी की ढाणी
(इसके उपभागों की विस्तृत जानकारी वेबपेज में आगे दी गयी हैं|)

3. मौसम एवम कृषि

(1) प्रमुख सिंचाई साधन: नलकूप एवम वर्षागत पानी
(2) औसत तापमान : 38° C से 44° C
(3) औसत नम्रता : 28%
(4) सामान्यतया हवा अनुमान : औसत 7.08 मी/से.
(5) प्रमुख फसल: बाजरा, जीरा, तिलहन फसलें, सरसों, गेंहू, जवाहर , तरबूज आदि
(6) भूमिगत ऊंचाई : 188 मीटर समुद्र तल से

4.भौगोलिक स्थिति एवं निकटतम महत्वपूर्ण शहर/गाँव

टेपू की निकटतम रेलवे स्टेशन फलोदी से दूरी 50 किमी, तहसील बाप से दूरी 45 किमी एवम उपतहसील शेखासर से दूरी 18 किमी हैं एवम निकटतम वायु परिवहन एअरपोर्ट जोधपुर हैं जिससे दूरी लगभग 190 किमी हैं| राज्य राजधानी जयपुर से इसकी दूरी लगभग 399 किमी हैं| निकट के प्रमुख गाँव सिहडा, धोलिया ,बारू, टेकरा, माडपुरा , मोडकिया , राणेरी एवम शेखासर | गाँव टेपू पक्की सड़क से निकट के सभी स्थानों से जुड़ा हुआ हैं साथ ही यातायात के साधन भी सुलभता से उपलब्ध हैं| टेपू के सभी उपभागों की google map location आगे दे रखी हैं जोकि परिवहन में काफी मददगार हैं|

5. गाँव के प्रमुख स्थान

गाँव के सभी भागों में कुलदेवी स्वांगिया माता एवम कुलदेव श्री कृष्ण भगवान का मंदिर हैं| सभी अभिवादन में "जय श्री कृष्णा " करते हैं| गाँव में जुंझार नरपत सिंह जी का मंदिर टेपू जोधाणी में , नखत बन्ना-सिद्धराव जी का मंदिर और सती माता हरकंवर जी का मंदिर भवानीपुरा में,श्री पदम् सिंहजी भोमियाजी और संतोषी माता का मंदिर भैरूं सिंह की ढाणी में, नागाणाराय मंदिर और सच्चियाय माता मंदिर दुर्गाणी में एवम रामदेव जी का मंदिर कानासी मोटी कृपासर में हैं| गाँव में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय , सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और पशु चिकित्सालय स्थित हैं| इसके अलावा गाँव में प्राचीन जलाशय एवम कुआँ हैं|

6. जनसंख्या आंकड़े एवम सामान्य जानकारी

(1) जनसँख्या: करीबन 3650
(2) महिला अनुपात: 45.03
(3) पुरुष अनुपात: 55.97
(4) साक्षरता दर : 60.58 %
(5) पिन कोड न. : 342301
(6) परिसीमा : 15 किमी

7. निवासी एवं प्रमुख व्यवसाय/पेशा

गाँव के अधिकतर परिवार कृषि पर निर्भर हैं| साथ ही सेना में गाँव की भागीदारी बेहतरीन हैं| गाँव से लगभग 70% परिवार से सेना में युवा सेवारत हैं| साथ ही पुलिस, शिक्षा, इंजीनियरिंग, मेडिकल, खेल, विदेश सेवा, बैंक एवम प्राइवेट क्षेत्र में युवा कार्यरत हैं|वर्तमान में गाँव में केलण भाटी, उदावत राठौड एवम सोढा राजपूत( दुर्गाणी उपभाग में) के साथ-साथ सैन परिवार , मेघवाल, मांगनियार, भील, सुथार, लौहार, गंवारिया, वाल्मीकि निवास करते हैं| इस गाँव की संस्कृति एवम रिवाज को बनाये रखने में सभी समुदायों का महत्वपूर्ण योगदान हैं|

8. शिक्षा एवम सुविधा केंद्र

गाँव में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय टेपू के साथ गाँव के हर उपभाग में प्राथमिक विद्यालय स्थित हैं| इसके अलावा गाँव में ग्राम पंचायत मुख्यालय, जन समस्या निवारण केंद्र , ई-मित्र, राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय,सहकारी बैंक , पशु चिकित्सालय, राजीव सुचना केंद्र, पटवार भवन ,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सभी उपभागों में आंगनवाड़ी केंद्र, राशन वितरण केंद्र और कृषि सामग्री के साथ घरेलु आवश्यक वस्तुओं की दुकानें उपलब्ध हैं|

9. ग्राम पंचायत मुख्यालय

गाँव का पंचायत मुख्यालय जन सामान्य की समस्या निर्धारण एवम सरकारी सुविधाओं का केंद्र होता हैं| गाँव में इसकी स्थिति टेपू जोधाणी एवम भवानीपुरा के मध्य हैं| ई-मित्र, राजीव सुचना केंद्र ,पटवार भवन और अटल सेवा केंद्र इसके कार्य स्तम्भ हैं| टेपू गाँव की पंचायत समिति एवम तहसील बाप हैं एवम जिला मुख्यालय जोधपुर हैं| ग्राम सेवक एवम पटवारी सरकारी कार्यों एवम योजनओं को जनसाधारण तक सुलभता से पहुंचाते हैं| टेपू गाँव का संसदीय क्षेत्र जोधपुर हैं एवम वर्तमान सांसद श्री गजेन्द्र सिंह जी शेखावत हैं | इसका विधानसभा क्षेत्र फलोदी हैं एवम वर्तमान विधायक श्री पब्बाराम जी हैं | गाँव के वर्तमान सरपंच श्री प्रवीण सिंह भाटी हैं|

* टेपू के शक्तिपीठ *

गौरक्षक जुंझार नरपतसिंहजी

 सर्वदेवमये देवि सर्वदेवेर लंकृते | मातरममाभिलषितं सफलम कुरुनंदिनी ||” इस उक्ति की सार्थकता सिद्ध करती गौरक्षक जुंझार नरपतसिंहजी की वीर गाथा इस प्रकार हैं:-

शेखासर गांव के ठाकुर जोगराजसिंह जी केलण भाटी के घर कुंवर नरपत सिंह का जन्म हुआ | युवा अवस्था में उनकी शादी की चर्चा होने पर वह हमेशा मना कर देते थे………..

कुलदेवी स्वांगियां माता

राजस्थान के जनमानस में आस्था की प्रतीक लोकदेवियों, कुलदेवियों के उद्भवसूत्र पर यदि दृष्टि डाली जाये तो हम पायेंगे कि शक्ति की प्रतीक बहुत सी प्रसिद्ध देवियों का जन्म चारणकुल में हुआ है। चारणकुल में जन्मी प्रसिद्ध देवियों में आवड़, स्वांगियां, करणी माता आदि प्रमुख है। विभिन्न राजवंशों की गौरवगाथाओं के साथ इन देवियों की अनेक चमत्कारिक घटनाएँ इतिहास के पन्नों पर दर्ज है।…………

सुसंस्कारी माता नेत कंवर (केलण)एवं वीर पुत्र दुर्गादास जी

माँ नेतकंवर भटियाणी ( केलण )का पूर्ण जीवन दर्शन प्रस्तुत करने से पूर्व चार सतियोँ का वर्णन करना आवश्यक समझता हूं।प्रथम सती मदालसा थी जिसने प्रथम कई सन्तानों को गर्भ मैं ही ब्रह्मयोग की दीक्षा से दीक्षित कर ही जन्म दिया। वे सन्तानें होश संभालते ही तपश्चर्या हेतु वन गमन किया और बहुत बड़े…………..

सती माता हर कंवर

सती भुआ सा का जन्म टेपू गाँव में कृष्ण जन्माष्टमी के दिन खेतसिंह जी के घर हुवा| आपकी माता का नाम बदल कंवर और भाई के नाम धुड सिंह, मानसिंह, विजयसिंह हैं| आपका बचपन अच्छा हँसता खेलते बीता| दिखने में सुन्दर सती माताजी का स्वाभाव बहुत ही सरल और मिलनसार था| आपकी शादी 17 वर्ष की उम्र में रुपावत राठौड ठिकाना मुन्जासर में श्री कोजराज सिंह से हुई|धार्मिक कार्यों में………..

कीर्ति-पुरुष राव केलण

राव केलण रावल घडसी के उतराधिकारी रावल केहर के बड़े राजकुमार थे| उनकी जागीर आसिनकोट (वर्तमान देवीकोट) थी| उन्होंने अपने पिता से पूछे बिना महेचो से शादी करली थी इसलिए नाराज होकर रावल केहर ने उन्हें उतराधिकार से वंचित कर दिया था|………..

राव खिंयो जी

राव केलण के 13 राजकुमारों में से तीसरे क्रम में राव अखोजो हुवे उनके सबसे बड़े पुत्र के रूप में राव खियों जी का जन्म हुवा| राव खियोजी के द्वारा अपने मूल स्थान शेखासर गाँव को छोड़कर…………

परमवीर मेजर शैतान सिंह

मेजर शैतान सिंह भाटी (जन्म 1 दिसम्बर 1924 तथा मृत्यु 18 नवम्बर 1962) भारतीय सेना के एक अधिकारी थे। इन्हें वर्ष 1963 में मरणोपरांत परमवीर चक्र का सम्मान दिया गया इनका निधन 1962 के भारत-चीन युद्ध में हुआ था, इन्होंने अपने वतन के लिए काफी संघर्ष किया लेकिन अंत में शहीद हो गये तथा भारत देश का नाम रौशन कर गये। [3] मेजर सिंह स्नातक स्तर की पढ़ाई पूरी करने पर सिंह जोधपुर राज्य…………..

Photo-slideshow

टेपू भाटी वंशावली

वंशावली में शुद्धिकरण और इसको बेहतर बनाने का कार्य चल रहा हैं| स्रोत/लिखित डाटा काफी कम उपलब्ध होने के कारण जानकारी में समय लगेगा | वर्तमान युवा पीढ़ी का नाम जुडवाने के लिए अवश्य सम्पर्क करें| उपलब्ध वन्शावली के लिए नीचे दिए गये लिंक पर क्लिक करें.............................

"भाटी वंश के राज-चिन्ह"

गौत्र : अत्रि, शाखा : मारधुनी, वंश : चन्द्रवंश, कुल : यदुकुल,  कुलदेवता : लक्ष्मीनाथजी, कुलदेवी : स्वान्गियाजी, कुलदेवी स्थान : भादरियाजी, इष्टदेव : श्री कृष्ण, वेद : यजुर्वेद, उपवेद : धनुर्वेद,  गुरू : रतननाथ,  ऋषि : दुर्वासा, वृक्ष : पीपल और कटम्ब, राग : मांड, माला : वैजयंती, धोती : पीताम्बरी, छत्र : मेघाम्बर, ध्वज : भगवा पीला रंग, ढोल : भंवर, नगारा : अग्नजोत, राव : वंशवेलिया, बन्दूक : भूतान, दमामी : डागा, डंका : अजय विजय, घोडा : बानेशर, पुरी : द्वारिका, शिखा : दाहिना, सूत्र : परस्कार, पक्षी : गरुड़, राजचिंह : छत्राला यादव, अभिवादन : जय श्री कृष्णा भाटी, नदी : यमुना, प्रवर : अरनियो-अपबनो- अगोतरो, विरुद : उत्तर-भड-किवाड़ भाटी ||

* टेपू के उपभाग *

टेपू गाँव के पांच उपभाग हैं इनके बारे में विस्तृत जानकारी यहाँ दी गयी हैं | किसी भी उपभाग की पुरी जानकारी के लिए उस फोटो पर क्लिक करें|

टेपू : जोधाणी

टेपू : भवानीपुरा

टेपू : दुर्गाणी

टेपू : कानासी मोटी

टेपू : भैरूं सिंह की ढाणी

टेपू के सभी उपभागों की Google Map Locations

वेब डिजाइनिंग टीम

कुँ. राजेंद्र सिंह भाटी
{web Admin}

वेबसाईट डोमेन, वेब होस्टिंग से सम्बंधित कार्य, वेबसाइट designing  & developing का कार्य और टीम सदस्य से सम्पर्क करके सारी जानकारी को वेबसाईट पर अपलोड करना | गूगल और SEO का आईटी सम्बंधित तकनीकी कार्य करके वेबसाइट को पूर्ण करना |

कुँ. नरेन्द्र सिंह भाटी {Member}

वेबसाईट में इतिहास सम्बंधित जानकारी उपलब्ध कराना , टेपू के सभी उपभागों की पिक्चर भेजने के साथ ही उससे संबद्ध जानकारी के लेखन/शुद्धीकरण का कार्य | गाँव के सभी स्थान और शक्तिपीठ की सारी जानकारी स्थानीय लोगों से प्राप्त करके उपलब्ध कराना |

राणे खां मिरासी
{Member}

आप द्वारा संग्रहित भाटी वंशावली और भाटी वंश की ऐतिहासिक जानकारी का इस साईट को बनाने में अहम् भूमिका रही हैं| इस क्षेत्र में आपका योगदान और समय के साथ जो आपने रिकॉर्ड रखा , वो टेपू गाँव के लिए हमेशा एक अनुपम अतुलनीय भेंट हैं|

Total Page Visits: 51724 - Today Page Visits: 43

सम्पर्क करें

* जय श्री कृष्णा * जोधपुर जिलें की प्रथम डिजिटल ग्राम पंचायत टेपू की वेबसाईट को देखने के लिए आपका धन्यवाद | टेपू के गौरवमयी इतिहास और ग्रामीण संस्कृति को सरंक्षित करने का प्रयास इस वेबसाइट के माध्यम से हमारे द्वारा किया गया हैं||इस प्रयास को अधिक विस्तारित और उन्नत बनाने में आपका सहयोग और मार्गदर्शन आपेक्षित हैं | इसलिए आपके स्वतंत्र रचनात्मक सुझाव और प्रतिक्रिया भेजकर हमें अनुग्रहित करें|
कुँ राजेंद्र सिंह सुपुत्र ठा.श्री उत्तम सिंहजी भाटी
टेपू  (उपभाग : जोधाणी )
फलोदी ,जोधपुर

Contact Us

error

साईट को शेयर करें:-