टेपू का उपभाग भवानीपुरा आबादी में बाकी सभी से बड़ा हैं|राव खियोंजी के वंशज पृथ्वीराज जी का परिवार यहाँ निवास कर रहा हैं| गांव का शक्तिपीठ माना जाने वाला सती माता श्री हरकंवरजी का मंदिर यहाँ स्थित हैं| इसके अलावा कुलदेवी स्वान्गियाजी, राणी भटियानी जी का मंदिर , सवाईसिंहजी भोमियासा , नखत बन्ना , सिद्धरावजी एवं स्थानीय देवताओं के मंदिर यहां स्थित हैं | सरकारी नौकरी के साथ प्राइवेट सेक्टर में भी यहां के निवासी कार्यरत हैं| प्राइवेट स्कूल,पक्की सड़कें एवं मूलभूत आवश्यकता की दुकानें यहाँ के चहुँमुखी विकास को दर्शाती हैं| ग्रामीणों का मुख्य व्यवसाय कृषि हैं जिसमें उन्होंने अतुलनीय उन्नति की हैं | इसकी भौगोलिक स्थिति कानासी मोटी और जोधानी उपभाग को जोड़ती हैं| निकटतम रेलवे स्टेशन : फलोदी (दूरी : 50 किमी) हैं|जिला मुख्यालय जोधपुर से इस गाँव की दुरी 190 किमी और तहसील बाप से इसकी दुरी 45 किमी हैं| अधिकतर युवा सरकारी नौकरी में कार्यरत हैं|

1. सती माता हरकंवर जी का मंदिर

टेपू गाँव का शक्तिस्थल सती माता जी का मंदिर भवानीपुरा उपभाग में विद्यमान हैं| सतीत्व का उदाहरण माताजी का यह मंदिर काफी बड़ा हैं जिसमे चारदीवारी के साथ भक्त विश्राम ग्रह भी हैं|इनका मुख्य शक्तिपीठ मुन्जासर गाँव में स्थित हैं जहाँ पर माताजी का ससुराल था| ( नोट: पूर्ण जीवन-परिचय टेपू साईट के शक्तिस्थल भाग में पढ़ें|)

2.कुलदेवी स्वान्गियाजी माता का मंदिर

भाटी वंश की कुलदेवी स्वान्गीया जी का यह मंदिर काफी बड़ा हैं| जो कि गाँव के मध्य में स्थित हैं| मंदिर में नित पूजा की जाती हैं एवम नवरात्रि में धूमधाम से पर्व मनाया जाता हैं| मंदिर का रख-रखाव, वातावरण एवम सौदर्य प्रशंसनीय हैं|( पूर्ण पोस्ट टेपू साईट के शक्तिस्थल भाग में पढ़ें|)

3. राणी भटियानी जी का मंदिर

माँ भटियानी जी जोगीदास गांव, जैसलमेर के श्री जोगीदास सिंहजी की पुत्री थी| जिनका विवाह मालानी क्षेत्र में महेचा परिवार से हुआ था| बाद में माता माँ भटियानी जी अपने चमत्कार एवं महिमा के कारण लोक में आस्था का केंद्र बन गयी| प्रत्येक माह की शुकल पक्ष की त्रयोदशी को विशेष पूजा की जाती हैं| पास में ही सवाई सिंहजी भोमिया जी का मंदिर हैं| इनका प्रमुख मंदिर जसोल, बाडमेर हैं|

4. नखत बन्ना एव सिद्धराव जी का मंदिर

सती माता हरकंवर जी के मंदिर के पास ही नखत बन्ना एव सिद्धराव जी का मंदिर स्थित हैं| बिच्छु , सांप एवम विषैले जानवर के काट लेने पर मंदिर की परिक्रमा करने पर रोगी को तुरंत आराम मिलता हैं| नखत बन्ना का प्रमुख मंदिर चारणवाला में हैं| टेपू से सेकड़ों की संख्या में जातरू चारणवाला धाम दर्शन के लिए हर वर्ष जाते हैं|

5. राजकीय प्राथमिक विद्यालय

राजस्थान सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक स्तर पर शिक्षा के साथ-साथ खेल एवम शारीरिक-कौशल विकास का यह आधुनिक केंद्र हैं|

6. आयुर्वेद चिकित्सालय टेपू

प्राचीन आयुर्वेद प्रणाली का चिकित्सालय गाँव भवानीपुरा के मध्य में स्थित हैं| प्राथमिक स्तर की सारी सुविधा यहाँ उपलब्ध हैं| रोगी का प्राथमिक एवम सामान्य उपचार यहाँ किया जाता हैं| विगत हैं कि गाँव के अन्य उपभाग टेपू जोधाणी में अस्पताल स्थित हैं|

7. पशु चिकित्सालय

राजस्थान सरकार द्वारा संचालित यह अस्पताल पशुओं के रोगों और बीमारी के उपचार में कारगर हैं| गाँव में इस तरह का यह एकमात्र अस्पताल हैं|

Total Page Visits: 1465 - Today Page Visits: 1
error

साईट को शेयर करें:-